वनडे क्रिकेट के इतिहास में एक ऐसा दिन आया जब क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें किसी भारत, इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया जैसे क्रिकेट महाशक्तियों पर नहीं, बल्कि नीदरलैंड्स की टीम पर टिकी रहीं। आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग 2023-27 में खेले गए एक मुकाबले में नीदरलैंड्स ने स्कॉटलैंड के खिलाफ 370 रनों का विशाल लक्ष्य चेज कर इतिहास रच दिया है। इस जीत के साथ ही नीदरलैंड्स ने न केवल मैच जीता, बल्कि भारत और इंग्लैंड जैसी बड़ी टीमों के रिकॉर्ड भी पीछे छोड़ दिए।
स्कॉटलैंड की तूफानी शुरुआत
मैच की शुरुआत स्कॉटलैंड ने धमाकेदार अंदाज में की। जॉर्ज मुन्से ने ऐसी बल्लेबाजी की जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। उन्होंने 150 गेंदों पर 191 रन की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 14 चौके और 11 छक्के शामिल थे। उनका साथ दिया मैथ्यू क्रॉस ने, जिन्होंने 59 रनों का अहम योगदान दिया। स्कॉटलैंड ने निर्धारित 50 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 369 रन बनाए और एक विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसे पार करना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होता।
नीदरलैंड्स की ऐतिहासिक चेज
जहां एक ओर स्कॉटलैंड ने जीत की मजबूत नींव रख दी थी, वहीं नीदरलैंड्स ने हिम्मत और जज्बे से वह कर दिखाया जो इससे पहले कभी नहीं किया था। नीदरलैंड्स की ओर से मैक्स ओ डॉउड ने अकेले दम पर जीत की स्क्रिप्ट लिखी। उन्होंने 130 गेंदों में 158 रन की पारी खेली, जिसमें शॉट सिलेक्शन, स्ट्राइक रोटेशन और पॉवर हिटिंग—हर पहलू देखने को मिला।
साथ ही तेजा निधान ने 42 गेंदों में 51 रन और नूह क्रोज ने 50 रन का योगदान देकर जीत की ओर कदम बढ़ाए। नीदरलैंड्स ने 49.2 ओवर में 6 विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया, और पहली बार 300+ रन का चेज पूरा किया।
अब तक का तीसरा सबसे बड़ा चेज
नीदरलैंड्स की यह जीत सिर्फ दो अंक या मनोबल तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह वनडे क्रिकेट के इतिहास में एक रिकॉर्ड ब्रेकिंग माइलस्टोन भी बन गया। 370 रन का सफल चेज करते ही नीदरलैंड्स ने:
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भारत के 360 रन के चेज (2013, बनाम ऑस्ट्रेलिया)
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इंग्लैंड के 361 रन के चेज (2019, बनाम वेस्टइंडीज)
— इन दोनों को पीछे छोड़ दिया।
इस प्रकार नीदरलैंड्स का 370 रन का चेज वनडे क्रिकेट इतिहास का तीसरा सबसे बड़ा सफल लक्ष्य बन गया है। अभी तक सबसे बड़े सफल रन चेज का रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के नाम है, जिसने साल 2006 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 435 रन का टारगेट चेज किया था।
क्यों खास है यह जीत?
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नीदरलैंड्स की यह जीत सिर्फ स्कोरबोर्ड की बात नहीं है, बल्कि क्रिकेट की ग्लोबल भावना और समावेशिता को भी दर्शाती है।
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यह दिखाता है कि अब क्रिकेट केवल कुछ बड़े देशों तक सीमित नहीं रह गया है।
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एसोसिएट देशों की मेहनत, रणनीति और खिलाड़ियों की प्रतिबद्धता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे किसी भी बड़े मंच पर किसी भी टीम को चुनौती दे सकते हैं।
निष्कर्ष
मैक्स ओ डॉउड की बल्लेबाजी, नीदरलैंड्स टीम का आत्मविश्वास, और 370 रन का सफल पीछा—यह सब मिलकर क्रिकेट की दुनिया को एक बड़ा संदेश दे गया: अब छोटे नाम भी बड़े इतिहास रच सकते हैं।
नीदरलैंड्स की यह जीत सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि क्रिकेट के बढ़ते दायरे, नए सितारों की खोज और खेल के रोमांचक भविष्य का संकेत है। अगर आप वनडे क्रिकेट के सच्चे प्रेमी हैं, तो यह मैच हमेशा आपकी यादों में रहेगा—जहां एक नई क्रिकेटिंग ताकत ने खुद को दुनिया के सामने साबित किया।