टीम इंडिया इस वक्त इंग्लैंड दौरे पर है, जहां 5 टेस्ट मैचों की बड़ी सीरीज खेली जानी है। 20 जून से शुरू हो रही इस सीरीज से पहले भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने युवा खिलाड़ियों को परखने के लिए दो अनऑफिशियल टेस्ट मैच आयोजित किए, जिसमें इंडिया ए और इंग्लैंड लायंस आमने-सामने थे। दोनों ही मुकाबले ड्रॉ रहे, लेकिन इनमें भारत के उभरते हुए सितारों ने शानदार प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
इस सीरीज में सबसे ज्यादा चर्चा बटोरी है एक ऐसे खिलाड़ी ने, जिसने अब तक सिर्फ एक ही आईपीएल मैच खेला है। हम बात कर रहे हैं राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी तनुश कोटियन की, जिन्होंने दूसरे अनऑफिशियल टेस्ट में बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन किया और टीम इंडिया के लिए भविष्य की उम्मीद जगाई।
तनुश कोटियन: कम अनुभव, बड़ा प्रदर्शन
दूसरे अनऑफिशियल टेस्ट में तनुश कोटियन ने वो कर दिखाया, जो शायद किसी ने उनसे उम्मीद नहीं की थी। पहली पारी में उन्होंने 15 रन बनाए और 1 विकेट लिया, लेकिन असली धमाका उन्होंने दूसरी पारी में किया। बल्लेबाजी करते हुए कोटियन ने 90 रनों की शानदार पारी खेली। इस पारी में उन्होंने धैर्य और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन दिखाया और अपनी ऑलराउंड काबिलियत का परिचय दिया।
हालांकि गेंदबाजी में दूसरी पारी में उन्हें विकेट नहीं मिला, लेकिन उन्होंने इंग्लैंड लायंस के बल्लेबाज़ों को बांधे रखा और अपनी विविधताओं से प्रभावित किया। इससे पहले कोटियन को आईपीएल 2024 में राजस्थान रॉयल्स की ओर से एक ही मुकाबला खेलने का मौका मिला था, जिसमें उन्होंने 31 गेंदों में 24 रन बनाए थे। इसके बाद उन्हें टीम में दोबारा जगह नहीं मिली, लेकिन अब उनके हालिया प्रदर्शन ने उनकी किस्मत के दरवाजे खोल दिए हैं।
इंडिया ए बनाम इंग्लैंड लायंस: दूसरा टेस्ट मैच ऐसा रहा
पहली पारी में इंडिया ए ने बल्लेबाजी करते हुए 348 रन बनाए थे, जिसमें अनुभवी बल्लेबाज़ केएल राहुल ने शानदार 116 रन की शतकीय पारी खेली। उनके अलावा ध्रुव जुरेल ने 52 रन बनाए। इसके जवाब में इंग्लैंड लायंस ने 327 रन बनाए। इस पारी में गेंदबाज़ी करते हुए खलील अहमद ने 4 विकेट झटके और प्रभावित किया।
दूसरी पारी में इंडिया ए ने और भी मजबूत प्रदर्शन किया और 417 रन का स्कोर खड़ा किया। इस बार बल्लेबाज़ों का सामूहिक योगदान देखने को मिला—तनुश कोटियन (90 रन), अभिमन्यु ईश्वरन (80 रन), अंशुल कांबोज (51 रन) और केएल राहुल (51 रन) ने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
जवाब में इंग्लैंड की टीम जब दूसरी पारी खेलने उतरी, तो 11 ओवर के भीतर ही खेल को ड्रॉ घोषित कर दिया गया। इस दौरान इंडिया ए की ओर से अंशुल कांबोज ने 2 विकेट लिए।
युवाओं का जलवा, सीनियर टीम में मौका?
इन दोनों अनऑफिशियल टेस्ट मैचों में जिस तरह से युवा भारतीय खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया है, उससे साफ संकेत मिलता है कि टेस्ट सीरीज में सीनियर टीम की प्लेइंग इलेवन में भी कुछ नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं। केएल राहुल ने जहां अपनी फिटनेस और फॉर्म से भरोसा जगाया, वहीं कोटियन, ईश्वरन, कांबोज जैसे खिलाड़ियों ने साबित किया कि वे बड़े मंच के लिए तैयार हैं।
बोर्ड और चयनकर्ताओं के लिए अब यह महत्वपूर्ण फैसला है कि वे 20 जून से शुरू हो रही पहली टेस्ट में किस युवा खिलाड़ी को डेब्यू का मौका देते हैं। कोटियन के ऑलराउंड प्रदर्शन ने उन्हें निश्चित रूप से एक मजबूत दावेदार बना दिया है।