नागपुर न्यूज डेस्क: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दोनों गुटों के संभावित विलय पर जारी चर्चाओं के बीच, पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इन चर्चाओं पर सफाई दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी स्तर पर इस तरह की कोई चर्चा नहीं हो रही है और ये सिर्फ मीडिया में हो रही अटकलें हैं। उनका कहना था कि शरद पवार द्वारा इस विषय पर दिया गया बयान केवल मीडिया में चर्चा का विषय बना है, और इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
इससे पहले शरद पवार ने कहा था कि अगर एनसीपी के दोनों धड़े एक साथ आ जाएं तो यह कोई असाधारण बात नहीं होगी, जिससे राजनीतिक गलियारों में एकीकरण की संभावनाओं पर गरमागरम बहस शुरू हो गई थी। हालांकि, अनिल देशमुख ने इन चर्चाओं को नकारते हुए कहा कि राजनीतिक स्तर पर इस मुद्दे पर कोई भी गंभीर चर्चा नहीं हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अजित पवार गुट यह जानकारी शरद पवार गुट की तरफ से फैलाई जा रही बताता है।
जब पत्रकारों ने इस पर और सवाल किए, तो अनिल देशमुख ने हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब दिया, "करीब आइए, मैं आपको कान में बताऊंगा," जिससे प्रेस कांफ्रेंस में बैठे लोग हंसी से झूम उठे। उनके इस व्यंग्यात्मक जवाब ने जहां हल्का फुल्का माहौल बनाया, वहीं राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाओं का सिलसिला शुरू कर दिया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व को लेकर कार्यकर्ताओं की मांग है कि सुप्रिया सुले को राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए, जबकि राज्य में अजित पवार को इसकी जिम्मेदारी दी जाए। इस पर अनिल देशमुख ने कहा कि सुप्रिया सुले न केवल एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हैं, बल्कि एक वरिष्ठ सांसद भी हैं। इस संदर्भ में कोई सवाल उठाना उचित नहीं है, और फिलहाल, दोनों गुटों के विलय को लेकर कोई चर्चा नहीं हो रही है।