नागपुर न्यूज डेस्क: नितिन गडकरी ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान अपने राजनीतिक सफर के शुरुआती दिनों को याद किया। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने राजनीति में कदम रखा था, तब कई लोग उनके घर पर पत्थर फेंकते थे। लेकिन समय बदला और आज वही लोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं। गडकरी ने यह बात नागपुर में भाजपा नेता रामदास आंबटकर को श्रद्धांजलि देने के मौके पर कही। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं की निष्ठा और समर्पण को भाजपा की सबसे बड़ी ताकत बताया।
गडकरी ने इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पूर्व सरसंघचालक बालासाहेब देवरस का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देवरस का मानना था कि संगठन की सबसे बड़ी ताकत उसके निष्ठावान कार्यकर्ता होते हैं। गडकरी ने कहा कि आरएसएस में ऐसे समर्पित कार्यकर्ताओं की भरमार है, जिनके समर्पण और मेहनत से संगठन ने लगभग 100 वर्षों का सफल सफर तय किया है।
उन्होंने 1975 का एक वाकया भी याद किया, जब वह नागपुर क्षेत्र में भाजपा के लिए काम कर रहे थे। उस समय कुछ लोग अक्सर उनके घर पर पत्थर फेंकते थे, लेकिन वक्त के साथ वही लोग आरएसएस मुख्यालय और उनके घर आने लगे। इनमें से एक व्यक्ति बाद में भाजपा का वार्ड अध्यक्ष भी बना। गडकरी ने दिवंगत आंबटकर और उनके परिवार के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे निष्ठावान कार्यकर्ताओं की वजह से ही पार्टी इतनी मजबूत हो पाई है।