30 सितंबर 2025 से महिला वनडे वर्ल्ड कप की शुरुआत हो चुकी है और भारत ने अपने पहले ही मुकाबले में शानदार जीत के साथ टूर्नामेंट का आगाज़ किया है। गुवाहाटी में खेले गए इस उद्घाटन मुकाबले में टीम इंडिया ने श्रीलंका को 59 रनों से मात दी और अपने अभियान की विजयी शुरुआत की।
बारिश से प्रभावित इस मैच का नतीजा डकवर्थ लुईस (DLS) मेथड के तहत निकला, जिसमें भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 47 ओवरों में 269 रन बनाए और श्रीलंका के सामने 270 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में श्रीलंकाई टीम 211 रनों पर ऑलआउट हो गई।
टीम इंडिया की मुश्किल शुरुआत
भारतीय पारी की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम ने अपने टॉप 6 बल्लेबाजों को सिर्फ 124 रन पर गंवा दिया। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना महज 8 रन बनाकर आउट हो गईं, वहीं जेमिमा रोड्रिग्स, हरलीन देओल और कप्तान हरमनप्रीत कौर भी फ्लॉप रहीं। 100 रन से पहले ही 4 विकेट गिरने से टीम मुश्किल में आ गई थी।
ऐसे हालात में दीप्ति शर्मा (53 रन) और अमनजोत कौर (57 रन) ने मोर्चा संभाला और एक शानदार शतकीय साझेदारी की, जिसने टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
अमनजोत कौर की यादगार पारी
मैच की सबसे बड़ी हीरो रहीं अमनजोत कौर, जिन्होंने नंबर-8 पर आकर 56 गेंदों में 57 रनों की तूफानी पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 5 चौके और 1 छक्का जड़ा। उनके प्रदर्शन की सबसे बड़ी खासियत ये रही कि वे भारत की सरजमीं पर महिला वर्ल्ड कप में नंबर-8 या उससे नीचे पचास से ज्यादा रन बनाने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं।
इससे पहले पूजा वस्त्राकर ने 2022 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 67 रन बनाए थे, लेकिन वह मुकाबला न्यूजीलैंड के माउंट माउंगानुई में खेला गया था।
वर्ल्ड रिकॉर्ड से चूक गईं अमनजोत
हालांकि अमनजोत कौर एक बड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गईं। वनडे क्रिकेट में 8वें नंबर पर सबसे बड़ा स्कोर दक्षिण अफ्रीका की क्लो ट्रायोन के नाम है, जिन्होंने 51 गेंदों में 74 रन बनाए थे। अमनजोत इस रिकॉर्ड से 17 रन दूर रह गईं। अगर वो ये रन बना लेतीं तो गुवाहाटी में नया इतिहास बनता।
संघर्ष से चमक तक: अमनजोत की प्रेरणादायक कहानी
अमनजोत कौर की कहानी भी उतनी ही प्रेरणादायक है जितना उनका प्रदर्शन। मोहाली में जन्मीं अमनजोत के पिता भूपिंदर सिंह एक कारपेंटर हैं। उनका पहला बल्ला उनके पिता ने खुद बनाया था। शुरुआत में पिता उनकी क्रिकेट में दिलचस्पी से खुश नहीं थे, लेकिन दादी के प्रोत्साहन और खुद की मेहनत के बल पर अमनजोत ने भारतीय टीम तक का सफर तय किया।
बचपन में वे लड़कों के साथ फुटबॉल, हॉकी और हैंडबॉल भी खेलती थीं। उनकी मल्टी-स्पोर्ट बैकग्राउंड ने उन्हें एक मजबूत ऑलराउंडर बनाया है।
अब तक का करियर
25 वर्षीय अमनजोत कौर ने अब तक 10 वनडे में 155 रन और 14 विकेट लिए हैं। टी20 फॉर्मेट में उन्होंने 16 मैचों में 164 रन और 7 विकेट हासिल किए हैं। टेस्ट में उन्हें अभी डेब्यू का इंतजार है, लेकिन मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए यह मौका जल्द ही मिल सकता है।
निष्कर्ष
महिला वर्ल्ड कप 2025 की शुरुआत भारत के लिए शानदार रही है। जहां एक ओर टीम ने जीत हासिल की, वहीं दूसरी ओर अमनजोत कौर ने अपने बल्ले से नया इतिहास रच दिया। अगर टीम इंडिया इसी लय में खेले तो इस बार खिताब जीतने की उम्मीद और भी मजबूत हो गई है।