नागपुर न्यूज डेस्क: मध्य प्रदेश से नागपुर तक सीधे 6 लेन का नया इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने की योजना बनाई जा रही है। यह हाईवे ग्वालियर से बैतूल होते हुए सीधे नागपुर तक जाएगा। नई सड़क से प्रदेश के 9 जिलों से होकर सामान पोर्ट तक पहुंचाना आसान होगा। खाद्यान्न, फल, सब्जी, मसाले और दवाइयों सहित अन्य माल एक्सपोर्ट करने वालों को समय और मेहनत की बचत होगी। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस मार्ग से ग्वालियर से नागपुर पहुंचने में अब 16-17 घंटे लगेंगे, जबकि वर्तमान में 24 घंटे से ज्यादा समय लगता है।
इस हाईवे के किनारे हर जिले में एक-एक इंडस्ट्रियल क्लस्टर तैयार किया जाएगा। इन क्षेत्रों में लॉजिस्टिक हब बनाए जाएंगे और टाउनशिप के रूप में विकसित किए जाएंगे। मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, अशोक नगर, विदिशा, भोपाल, रायसेन, नर्मदापुरम और बैतूल से होकर यह हाईवे नागपुर पहुंचेगा। इससे प्रदेश के औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
हाईवे ग्वालियर में ग्वालियर-आगरा हाइवे से यूपी से जुड़ेगा और नागपुर में नागपुर-पुणे-मुंबई हाइवे से कनेक्ट होगा। मध्य प्रदेश में खजुराहो, सांची, पन्ना टाइगर रिजर्व, पचमढ़ी और सतपुड़ टाइगर रिजर्व जैसे पर्यटन स्थल भी इस हाईवे के पास होंगे। इससे पर्यटन और व्यापार दोनों को फायदा मिलेगा।
सड़क परिवहन मंत्रालय ने फिजिबिलिटी सर्वे के लिए काम शुरू कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि नई सड़क से 5-7 घंटे की बचत होगी और बिना रुकावट लंबे समय तक माल पहुंचाने में मदद मिलेगी। मध्य प्रदेश से महाराष्ट्र और यूपी तक अनाज, फल, दवाइयां, ग्रेफाइट और प्लास्टिक का परिवहन आसान होगा। प्रदेश में इससे पहले भोपाल-कानपुर, भोपाल-इंदौर, ग्वालियर-कानपुर, इंदौर-पीथमपुर और जबलपुर-बिलासपुर जैसे इकोनॉमिक कॉरिडोर बन चुके हैं।