नागपुर न्यूज डेस्क: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण को लेकर लगे आरोपों को राजनीतिक और आर्थिक विरोध का नतीजा बताया है। सोमवार को एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ये आरोप उनकी नीतियों से नाखुश एक शक्तिशाली आयात लॉबी का काम है।
गडकरी ने अपनी तुलना एक ‘फलदार पेड़’ से करते हुए कहा कि ऐसे आलोचनाओं का जवाब देने से केवल खबर बनती है। उनका कहना था कि उनकी नीति किसानों को ऊर्जा उत्पादक बनाने, प्रदूषण कम करने और एथेनॉल मिश्रण को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। उन्होंने आरोप लगाया कि पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण से कच्चे तेल के आयात पर निर्भर व्यवसायों को नुकसान हुआ और वे नाराज होकर उनके खिलाफ खबरें चला रहे हैं।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी किसी ठेकेदार से कोई लाभ नहीं लिया है और वे झूठे आरोपों से प्रभावित नहीं होंगे। उनका मानना है कि राजनीति में ऐसे आरोप सामान्य हैं और लोग सच जानते हैं।
यह बयान इस समय आया है जब उनके बेटे निखिल गडकरी की कंपनी सीआईएएन एग्रो इंडस्ट्रीज के एथेनॉल कारोबार में राजस्व और लाभ में भारी वृद्धि की चर्चा चल रही है। कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 17.47 करोड़ रुपये से बढ़कर अप्रैल-जून 2025 में 510.8 करोड़ रुपये हो गया, जबकि लाभ 52 करोड़ रुपये से अधिक हो गया। बीएसई पर कंपनी के शेयर की कीमत एक साल में 172 रुपये से बढ़कर 2,023 रुपये हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वृद्धि केवल एथेनॉल बिक्री से नहीं बल्कि अन्य आय और नए व्यवसायों से भी हुई है।