नागपुर न्यूज डेस्क: शिवसेना (उबाठा) के नेता आदित्य ठाकरे ने सरकार में बड़े राजनीतिक हलचल का दावा किया है। उनके मुताबिक सत्ता में शामिल एक पार्टी के लगभग 22 विधायक चुपचाप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के संपर्क में हैं और वही कदम उठा रहे हैं जो मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप है। बिना नाम लिए उन्होंने इशारा किया कि यह टूट उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खेमे में हो सकती है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष का नेता तक नियुक्त नहीं कर रही और कई संवैधानिक पद जानबूझकर खाली रखे गए हैं।
इंडिगो वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री गंभीर मुद्दों को हवा में उड़ा रहे हैं। उन्होंने तंज किया कि जो लोग चार्टर्ड फ्लाइट और हेलीकॉप्टर से चुनाव प्रचार करते हैं, वे आम हवाई-सफर करने वालों पर सवाल उठाते हैं! उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में उड़ानों के लिए इंतजार करना पड़ रहा है, लेकिन सरकार इसे हल्का मुद्दा बताकर ध्यान भटकाना चाहती है।
उन्होंने पर्यावरण के नुकसान पर भी सरकार को घेरा। आदित्य का कहना है कि नाशिक के तपोवन, नागपुर के अजनी वन और मुंबई के संजय गांधी उद्यान को बचाने के बजाय सरकार इन्हें विकास के नाम पर नष्ट करने की ओर बढ़ रही है। जबकि दुनिया भर में पर्यावरण की रक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
शीतकालीन सत्र को छोटा किए जाने पर भी उन्होंने आपत्ति जताई। आदित्य ठाकरे बोले कि किसानों की आत्महत्याएं बढ़ रही हैं, नीतियों पर चर्चा नहीं हो रही, और सरकार सिर्फ एक हफ्ते के सत्र में औपचारिकता निभा रही है। उनके अनुसार सत्ता पक्ष गंभीर मुद्दों से भाग रहा है और जनता की समस्याओं को दरकिनार किया जा रहा है।