नागपुर न्यूज डेस्क: मैदान पर रिकॉर्ड बनना और टूटना एक आम बात है, लेकिन कभी-कभी कुछ रिकॉर्ड ऐसे होते हैं, जिन्हें आप हमेशा याद रखना चाहते हैं और कुछ को भूलना। नागपुर के जामठा मैदान पर ऐसा ही कुछ हुआ, जहां एक ही मैच में एक खिलाड़ी को खुशी और ग़म दोनों का सामना करना पड़ा। यह खिलाड़ी थे हर्षित राणा, जिन्होंने अपने करियर के पहले वनडे मैच में ऐसा अनुभव किया, जिससे उन्हें क्रिकेट की असलियत का अहसास हो गया।
हर्षित राणा को नागपुर में डेब्यू का मौका मिला था, लेकिन उनकी शुरुआत कुछ खास नहीं रही। अपने पहले ही वनडे मैच में हर्षित के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड जुड़ गया। यह रिकॉर्ड उस ओवर से संबंधित है, जिसमें हर्षित ने एक ही ओवर में 26 रन लुटा दिए। जबकि व्हाइट बॉल क्रिकेट में कई बार गेंदबाज एक ओवर में 30 रन तक दे चुके हैं, हर्षित का यह रिकॉर्ड इसलिए चर्चा में आया क्योंकि उन्होंने किसी भारतीय गेंदबाज द्वारा वनडे डेब्यू मैच के एक ओवर में सबसे ज्यादा रन लुटाए।
हर्षित राणा का डेब्यू मैच कुछ खास नहीं रहा। विराट कोहली से कैप मिलने के बाद उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था, और पहले ओवर में मेडन गेंद डालकर उन्होंने यह संकेत भी दिया कि वह तैयार हैं। लेकिन छठे ओवर में, जो उनका तीसरा ओवर था, इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज साल्ट ने हर्षित को बुरी तरह से पिटाई की। साल्ट ने पहले ही गेंद पर छक्का मारा और फिर तीन और गेंदों पर दो चौके और एक छक्का बटोर लिया। इसके बाद, हर्षित ने ओवर की आखिरी गेंद पर भी एक छक्का खाया, और इस तरह साल्ट ने एक ही ओवर में 26 रन बना डाले।
इतनी पिटाई के बाद, कप्तान रोहित शर्मा ने हर्षित को आक्रमण से हटा दिया, लेकिन हर्षित ने हार नहीं मानी। जब उन्हें फिर से गेंदबाजी का मौका मिला, तो उन्होंने तीन महत्वपूर्ण विकेट निकाले और कुछ हद तक अपनी गलती का परिणाम सुधारने की कोशिश की। कुल मिलाकर हर्षित ने 8 ओवर में 53 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। यह साबित करता है कि गेंदबाजों को हर परिस्थिति में खुद को साबित करना पड़ता है, और उम्मीद है कि हर्षित इस अनुभव से बेहतर गेंदबाज बनकर उभरेंगे।