नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर में एक कारोबारी और उसके बेटे ने ट्रैफिक चालानों से बचने के लिए अपनी मर्सिडीज कार पर नकली नंबर प्लेट लगा ली थी। असल नंबर प्लेट मुंबई के एक शख्स का था, जिसने पहले ही चालान की शिकायत की थी। पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया और गाड़ी जब्त कर ली, साथ ही आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का केस दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी कारोबारी हरीश देविचरण तिवारी (50) और उनका बेटा यश हरीश तिवारी (25) पिछले एक साल से अपनी मर्सिडीज पर नकली नंबर प्लेट MH-02/DZ-50610 का इस्तेमाल कर रहे थे, जबकि असल नंबर MH-31/EX-9993 था। यह नंबर मीरा रोड, मुंबई के हनीत सिंह अरोड़ा की मर्सिडीज का था। घटना तब सामने आई जब मर्सिडीज को एक मॉल के पास नो-पार्किंग ज़ोन में खड़ा पाया गया, और ई-चालान सिस्टम में स्कैन करते ही यह संदिग्ध पाया गया।
इस मामले में जब तिवारी और उनके बेटे से पूछताछ की गई, तो वे गाड़ी के कागज़ात के बिना पहुंचे। जांच के दौरान यह पता चला कि नकली नंबर प्लेट पर पिछले एक साल में चार बार चालान जारी किया गया था। पुलिस ने मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के तहत कानूनी कार्रवाई की और जुर्माना और जेल की सजा तय की। नकली नंबर प्लेट लगाना भारत में एक गंभीर अपराध है, जिसके लिए जुर्माना और जेल की सजा दोनों हो सकती है।