अमेरिका की राजनीति में आज एक बड़ा भूचाल आया है। भारतीय मूल के डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी के मेयर चुनाव में शानदार जीत हासिल कर न केवल इतिहास रचा है, बल्कि अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर चल रहे वैचारिक और पीढ़ीगत टकराव को सतह पर ला दिया है। ममदानी ने राजनीतिक दिग्गज और पूर्व गवर्नर एंड्र्यू कुओमो (जो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में थे) को करारी शिकस्त दी है, जिससे यह चुनाव महज़ मेयर पद का चुनाव न रहकर, 'प्रगतिशील वाम' बनाम 'स्थापित केंद्र' की लड़ाई बन गया है।
वोटों का समीकरण: ममदानी का 'सोशलिस्ट स्विंग'
आंकड़े स्पष्ट रूप से ममदानी की जीत में युवा और प्रगतिशील मतदाताओं की एकजुटता को दर्शाते हैं।
| उम्मीदवार |
पार्टी |
प्राप्त वोट |
मत प्रतिशत |
| जोहरान ममदानी |
डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट |
948,202 |
50.6% |
| एंड्र्यू कुओमो |
निर्दलीय (ट्रंप समर्थित) |
776,547 |
41.3% |
| कर्टिस स्लिवा |
रिपब्लिकन |
137,030 |
7.3% |
रिकॉर्ड मतदान: NYC चुनाव बोर्ड के अनुसार, 1969 के बाद पहली बार इस चुनाव में दो मिलियन (20 लाख) से अधिक वोट डाले गए, जो मतदाताओं के उच्च उत्साह को दर्शाता है। ब्रुकलिन (571,857) और मैनहट्टन (444,439) में हुई बंपर वोटिंग ममदानी के पक्ष में निर्णायक साबित हुई। यह जीत दिखाती है कि शहर के मतदाता अब आवास, स्वास्थ्य सेवा और जलवायु परिवर्तन जैसे सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर अधिक वामपंथी समाधान चाहते हैं।
कुओमो की हार और ट्रंप का 'फ़ेडरल फ़ंड' दांव
ममदानी की जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने एक राजनीतिक रूप से अनुभवी दिग्गज को हराया, जिसे अप्रत्याशित रूप से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन मिला हुआ था। यह चुनाव दो विपरीत ध्रुवों के बीच का टकराव था:
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प्रगतिशील वाम: ममदानी, जो लोकतांत्रिक समाजवाद की वकालत करते हैं।
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स्थापित केंद्र/दक्षिणपंथी समर्थन: कुओमो, जिन्हें ट्रंप का समर्थन हासिल था।
ट्रंप ने अपने 'ट्रुथ सोशल' पोस्ट में ममदानी को "कम्युनिस्ट उम्मीदवार" बताते हुए न केवल मतदाताओं से उन्हें वोट न देने की अपील की थी, बल्कि यह धमकी भी दी थी कि अगर ममदानी जीतते हैं, तो वह न्यूयॉर्क शहर के लिए फ़ेडरल फंड सीमित कर देंगे। ट्रंप की यह सीधी चेतावनी मतदाताओं पर उल्टा असर करती दिखी। ममदानी की जीत को ट्रंप के हस्तक्षेप और कुओमो के स्थापित राजनीतिक कद को NYC के मतदाताओं द्वारा स्पष्ट रूप से खारिज करने के रूप में देखा जा रहा है।
भारतीय मूल का उदय और राष्ट्रीय स्तर पर डेमोक्रेट्स की लहर
ममदानी की जीत भारत और अमेरिका, दोनों के लिए गर्व का क्षण है, जो अमेरिकी राजनीति में भारतीय मूल के नेताओं के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।
इसी के साथ, यह मेयर चुनाव एक बड़ी डेमोक्रेटिक लहर का हिस्सा रहा। वर्जीनिया और न्यू जर्सी में भी डेमोक्रेटिक पार्टी ने बंपर जीत हासिल की:
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वर्जीनिया: डेमोक्रेट अबीगेल स्पैनबर्गर ने जीत हासिल कर राज्य की पहली महिला गवर्नर बनने का इतिहास रचा। उनके साथ गजाला हाशमी भी लेफ्टिनेंट गवर्नर बनीं।
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न्यू जर्सी: डेमोक्रेट मिकी शेरिल ने भी गवर्नर का चुनाव जीता।
वर्जीनिया की जीत विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि स्पैनबर्गर की जीत ने यह साफ संदेश दिया कि मॉडरेट डेमोक्रेट्स अभी भी रिपब्लिकन लहर के बीच मतदाताओं का भरोसा जीत सकते हैं, भले ही न्यूयॉर्क ने वामपंथी उम्मीदवार को चुना हो। ममदानी की यह ऐतिहासिक जीत न्यूयॉर्क की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत है, जहां अब युवा, प्रगतिशील सोच और सामाजिक न्याय के मुद्दे एजेंडे में सबसे ऊपर होंगे।