नागपुर न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने फोरेंसिक वाहनों को पेश किया है। सोमवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के सह्याद्रि गेस्ट हाउस में इन वाहनों का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने 21 मोबाइल फोरेंसिक वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राज्य में कुल 256 फोरेंसिक वाहन तैयार किए जा रहे हैं, जो अपराध स्थलों की जांच के लिए अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि ये वैन क्राइम सीन एप्लिकेशन और ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल कर अपराध स्थलों की जांच करेंगी। घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित कर उन्हें बारकोड के माध्यम से सुरक्षित रखा जाएगा। ये वाहन अपराधों को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और जांच प्रक्रिया को और मजबूत बनाएंगे।
इन फोरेंसिक वैन का उपयोग विशेष रूप से बलात्कार जैसे गंभीर मामलों में रक्त और डीएनए के नमूने एकत्र करने के लिए किया जाएगा। हर वैन में वैज्ञानिक विशेषज्ञ और सहायक कर्मचारी तैनात होंगे। ये वैन जांच प्रक्रिया को तेज और सटीक बनाने में मददगार साबित होंगी।
फडणवीस ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार के नए भारतीय साक्ष्य अधिनियम के तहत फोरेंसिक तरीके से साक्ष्य एकत्र करना अनिवार्य हो गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र ने यह पहल की है, जो देश के अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल बनेगी।