नागपुर न्यूज डेस्क: गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर केंद्र सरकार ने पुलिस बल में असाधारण सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक प्राप्तकर्ताओं की घोषणा की है, जिसमें नागपुर के पुलिस आयुक्त डॉ. रविंद्र सिंघल का नाम भी शामिल है। यह एक गर्व की बात है कि नागपुर के निवासी डॉ. सिंघल को यह सम्मान प्राप्त हुआ है। यह पुरस्कार गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जारी किया गया और यह नगरवासियों के लिए एक खास सम्मान है।
केंद्र सरकार ने शनिवार को वीरता और सेवा के विभिन्न पदक प्रदान किए, जिनमें 942 कर्मियों के नाम शामिल हैं। इनमें से पांच कर्मियों को मरणोपरांत वीरता पदक भी दिया गया है। इस सूची में जम्मू-कश्मीर पुलिस के पुलिस उपाधीक्षक हिमायूं मुजम्मिल, सीमा सुरक्षा बल के हेड कांस्टेबल गिरजेश कुमार उद्दे, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कांस्टेबल सुनील कुमार पांडे, सशस्त्र सीमा बल के हेड कांस्टेबल रवि शर्मा और सेलेक्शन ग्रेड फायरमैन सतीश कुमार रैना का नाम शामिल है।
इन 942 वीरता और सेवा पदकों में 95 वीरता पदक, 101 विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम), और 746 सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम) शामिल हैं। वीरता पदक उन कर्मियों को दिए जाते हैं जिन्होंने जीवन और संपत्ति को बचाने, अपराधों को रोकने या अपराधियों को गिरफ्तार करने में असाधारण वीरता दिखाई। इनमें से अधिकांश पदक वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों से, जम्मू-कश्मीर और अन्य क्षेत्रों के कर्मियों को दिए गए हैं।
पीएसएम पदक विशिष्ट सेवा के लिए दिए जाते हैं, जिसमें पुलिस, अग्निशमन, होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा कर्मी शामिल होते हैं। इस बार कुल 101 पीएसएम पदक में से 85 पुलिस सेवा से, पांच अग्निशमन सेवा से, सात सिविल डिफेंस और होमगार्ड सेवा से और चार सुधारात्मक सेवा से दिए गए हैं। वहीं, एमएसएम पदक उन कर्मियों को दिए गए हैं जिन्होंने अपनी सेवा में विशेष समर्पण और कर्तव्यों का पालन किया है।
डॉ. रविंद्र सिंघल के लिए यह सम्मान उनके उत्कृष्ट कार्य और सेवाओं का प्रमाण है। इस पुरस्कार से न केवल वे, बल्कि पूरा नागपुर शहर गर्व महसूस कर रहा है। यह पदक उन कर्मियों की कड़ी मेहनत और समर्पण का सम्मान है जिन्होंने अपने कर्तव्यों को निभाते हुए जोखिम उठाए और समाज की सुरक्षा में अहम योगदान दिया।