नागपुर न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ ही राज्य में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। नागपुर, जो डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का गृह शहर है, में उनकी लोकप्रियता चरम पर है। चुनावी माहौल में फडणवीस के पोस्टर और होर्डिंग्स हर गली-चौराहे पर नजर आ रहे हैं। उनके समर्थक चाहते हैं कि पार्टी की जीत के बाद उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाया जाए।
फडणवीस का नागपुर में गहरा असर है, जहां से उन्होंने 1997 में सबसे युवा मेयर का पद संभाला था। वे 1999 से लगातार नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट से जीतते आ रहे हैं। नागपुर में उनकी छवि बीजेपी के लिए एक ताकतवर नेता के रूप में स्थापित हो चुकी है।
समर्थकों का कहना है कि फडणवीस ने 2014 में मुख्यमंत्री पद संभाला, लेकिन 2022 में गठबंधन के कारण उपमुख्यमंत्री बने। अब वे फिर से मुख्यमंत्री बनने की उम्मीद रखते हैं, क्योंकि उनके नेतृत्व में राज्य में खासकर नागपुर में विकास हुआ है। महिलाएं भी फडणवीस के समर्थक हैं, खासकर उनकी "लड़की बहिन योजना" को लेकर, जिससे महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये मिलते हैं।
नागपुर में शिंदे-फडणवीस सरकार की "लड़की बहिन योजना" का व्यापक असर है। गरीब महिलाएं इसे लेकर फडणवीस का आभार जताती हैं और कहती हैं कि इस योजना से उनका जीवन सुधार रहा है। वे फडणवीस को वोट देने का वादा करती हैं, क्योंकि इसे उन्होंने उनके नेतृत्व में लागू किया है।
हालांकि, कुछ समर्थक मानते हैं कि फडणवीस का भविष्य राज्य में नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर हो सकता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी संकेत दिया है कि चुनाव बाद गठबंधन साथी मिलकर तय करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, जिससे फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने की संभावना बनी हुई है।