नागपुर न्यूज डेस्क: रेल यात्रियों को प्रदूषित पानी से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए नागपुर मंडल के रेलवे स्टेशनों पर पानी की गुणवत्ता जांची गई। रेलवे अधिकारियों ने न केवल स्टेशनों बल्कि कार्यालयों, कॉलोनियों और यूनिटों का निरीक्षण कर नलों से पानी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए भेजा। यह पहल “स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत” अभियान के तहत पर्यावरण और जल गुणवत्ता पर विशेष फोकस के साथ की गई।
मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार गुप्ता ने बताया कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल में स्वच्छता पखवाड़ा चल रहा है, जिसमें रोजाना अलग-अलग विषयों पर कार्यक्रम हो रहे हैं। मंगलवार को पर्यावरण और जल गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया गया और इस संबंध में जरूरी निर्देश भी जारी किए गए।
अभियान के तहत रेलवे परिसरों में स्थित जलाशयों और जल स्रोतों की गहन सफाई कराई गई। सभी जल शोधन संयंत्रों की जांच की गई, पुराने नलों की टोंटियों की सफाई और जरूरत पड़ने पर नई टोंटियां लगाई गईं। हाइड्रेंट पाइप लाइन का सुव्यवस्थित भंडारण सुनिश्चित किया गया। उद्देश्य यह है कि यात्रियों को केवल परीक्षण के बाद ही शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए।
इसके अलावा, अधिकारियों ने ट्रेनों में पेयजल व्यवस्था और स्वच्छता का निरीक्षण किया। टेस्टिंग किट और जरूरी रसायनों की उपलब्धता की भी जांच की गई। पानी की टंकियों की सफाई कराई गई और मौके पर ही टेस्टिंग किट से पानी की जांच की गई, ताकि यात्रियों को सुरक्षित और स्वच्छ पानी उपलब्ध हो सके।