नागपुर न्यूज डेस्क: राज्य परिवहन निगम ने एसटी बस और शिवशाही बसों के किराए में 14.97% की वृद्धि का निर्णय लिया है। यह नया किराया शुक्रवार रात 12 बजे से लागू हो चुका है। इस फैसले से लालपरी के नाम से पहचानी जाने वाली एसटी बसों का सफर अब महंगा हो गया है। एसटी महामंडल ने बताया कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण यह कदम उठाना पड़ा है।
गुरुवार को मंत्रालय में हुई राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक में किराए बढ़ाने का निर्णय लिया गया। लंबे समय से किराए में बढ़ोतरी लंबित थी, जिसे अब लागू कर दिया गया है। किराए में वृद्धि का असर न केवल एसटी बसों पर बल्कि ऑटोरिक्शा और टैक्सियों पर भी पड़ा है। महामंडल का कहना है कि पिछले 3-4 वर्षों में किराया नहीं बढ़ाया गया था, जबकि ईंधन की कीमतें लगातार बढ़ रही थीं।
महामंडल के अनुसार, यह निर्णय उनकी वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए लिया गया है। हालांकि, बढ़ती महंगाई से पहले ही परेशान आम जनता को इस फैसले से बड़ा झटका लगा है। किराए में वृद्धि के कारण यात्रियों को अब हर सफर के लिए अधिक खर्च करना होगा। अमरावती से पुणे, नागपुर, और अन्य शहरों के किराए में काफी बढ़ोतरी हुई है, जिससे यात्रियों पर वित्तीय दबाव बढ़ेगा।
उदाहरण के लिए, अमरावती से पुणे जाने का किराया 860 रुपये से बढ़कर 996 रुपये हो गया है। इसी तरह, अमरावती से नांदेड़ का किराया 410 रुपये से बढ़कर 463 रुपये हो गया है। अन्य मार्गों जैसे अमरावती-अकोला और अमरावती-चांदूर बाजार पर भी किराए में बढ़ोतरी देखी गई है।
एसटी महामंडल का कहना है कि यह फैसला ईंधन की कीमतों और अन्य परिचालन लागत को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। हालांकि, यह निर्णय यात्रियों के लिए आर्थिक चुनौतियां बढ़ा सकता है। आम लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि इस वृद्धि से एसटी बस सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।