धुरंधर मूवी रिव्यु - देशभक्ति से भरी एक धमाकेदार और शक्तिशाली स्पाई थ्रिलर
आदित्य धर की मजबूत निर्देशन क्षमता और रणवीर सिंह की जबरदस्त भूमिका इसे साल की सबसे प्रभावशाली थ्रिलर बनाती हैं।
निर्देशक/लेखक: आदित्य धर
कलाकार: रणवीर सिंह, संजय दत्त, अक्षय खन्ना, आर. माधवन, अर्जुन रामपाल, सारा अर्जुन, राकेश बेदी
अवधि: 196 मिनट
धुरंधर किसी साधारण जासूसी-थ्रिलर की तरह नहीं है। यह फिल्म देशभक्ति, रणनीति और व्यक्तिगत संघर्ष का मिश्रण है। आदित्य धर ने एक ऐसीकहानी बुनी है, जो न केवल भारत के खुफिया तंत्र की चुनौतियों को दिखाती है, बल्कि उसमें काम करने वाले लोगों की भावनाओं और नैतिकदुविधाओं को भी उजागर करती है।
कहानी IC-814 हाईजैकिंग और 2001 के संसद हमले जैसी वास्तविक घटनाओं से प्रेरित है। यह घटनाएं केवल पृष्ठभूमि नहीं हैं; यह फिल्म की नींवहैं। आर. माधवन का अजय सान्याल इस कहानी का स्थिर केंद्र हैं—शांत, सटीक और हमेशा कार्रवाई के लिए तैयार। उनकी मौजूदगी फिल्म कोगंभीरता और विश्वसनीयता देती है।
रणवीर सिंह का हमज़ा इस फिल्म का दिल है। वह एक जटिल पात्र हैं—गुस्सैल, परेशान और रणनीतिक रूप से सक्षम। उनका सफर एक व्यक्तिगतआघात से लेकर अपराध और सत्ता के खेल तक दर्शकों को बांधकर रखता है। उनका प्रदर्शन भावनात्मक और शारीरिक दोनों स्तरों पर प्रभावशाली है।
सपोर्टिंग कास्ट भी कमाल की है। अक्षय खन्ना का रहमान डकैत शांत और खतरनाक है, संजय दत्त का SP असलम “द जिन्न” शक्ति और प्रभाव काप्रतीक है, और अर्जुन रामपाल का मेजर इक़बाल अपनी ठंडी गंभीरता से डर पैदा करता है। सारा अर्जुन अपनी पहली फिल्म में सहजता औरआत्मविश्वास से दर्शकों को प्रभावित करती हैं।
फिल्म की वास्तविकता को बढ़ाने के लिए आर्काइव फुटेज और असली ऑडियो का इस्तेमाल किया गया है। मुंबई हमले और अन्य आतंकवादी हमलोंके ये रिकॉर्डेड पल दर्शकों को कहानी से जोड़ते हैं और देशभक्ति की भावना को स्वाभाविक रूप से जगाते हैं।
196 मिनट की लंबाई के बावजूद, कहानी का प्रवाह लगातार बना रहता है। आदित्य धर ने हर सीन को उद्देश्यपूर्ण बनाया है। बैकग्राउंड स्कोर औरसाउंडट्रैक फिल्म की ऊर्जा को बनाए रखते हैं और दृश्य को अधिक प्रभावशाली बनाते हैं।
हिंसा का इस्तेमाल केवल आवश्यक स्तर पर किया गया है। असली तनाव पात्रों की रणनीति, धोखा और राजनीतिक साज़िशों से उत्पन्न होता है।पहला हाफ दर्शकों को पूरी दुनिया और पात्रों के साथ परिचित कराता है, जबकि दूसरा हाफ साज़िशों, संघर्ष और हमज़ा की उन्नति को दिखाकरअगले भाग के लिए उत्सुकता पैदा करता है।
B62 स्टूडियोज़ और जियो स्टूडियोज़ के सहयोग से प्रोड्यूसर्स ने एक विस्तृत और सजीव दुनिया बनाई है। बड़े सेट, सटीक एक्शन और समर्पितपरफॉर्मेंस यह साबित करते हैं कि भारतीय सिनेमा अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबला करने के लिए तैयार है।
धुरंधर एक फिल्म नहीं, बल्कि एक अनुभव है—देशभक्ति, साहस और जासूसी का मिश्रण। आदित्य धर की मजबूत निर्देशन क्षमता और रणवीर सिंहकी जबरदस्त भूमिका इसे साल की सबसे प्रभावशाली थ्रिलर बनाती हैं। फिल्म न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि दर्शकों को देशभक्ति, नैतिकताऔर साहस की सोचने पर मजबूर भी करती है। और जब अंतिम फ्रेम अगले भाग की झलक देता है, तो साफ़ है—यह कहानी अभी सिर्फ़ शुरुआत मेंहै।