मुंबई, 26 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अहमदाबाद में 12 जून को हुए एअर इंडिया विमान हादसे में ब्लैक बॉक्स से डेटा को सफलतापूर्वक रिकवर कर लिया गया है। गुरुवार को जारी एक सरकारी बयान में बताया गया कि ब्लैक बॉक्स का डेटा डाउनलोड हो चुका है और इसकी मेमोरी मॉड्यूल तक भी पहुंच बना ली गई है। अब एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो द्वारा इस डेटा का विश्लेषण किया जाएगा, जिससे दुर्घटना के कारणों की स्पष्ट जानकारी मिल सकेगी। इससे पहले 24 जून को नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने स्पष्ट किया था कि ब्लैक बॉक्स को जांच के लिए विदेश नहीं भेजा जाएगा और इसकी जांच भारत में ही की जा रही है। दुर्घटनाग्रस्त विमान से दो ब्लैक बॉक्स – कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR) बरामद किए गए हैं, जिनमें से पहला 13 जून को और दूसरा 16 जून को मिला था। ये दोनों रिकॉर्डर उस समय की पायलटों की बातचीत और विमान की तकनीकी जानकारी को सुरक्षित रखते हैं, जिससे दुर्घटना के समय की वास्तविक स्थिति को समझने में मदद मिलेगी।
यह हादसा 12 जून को हुआ था जब एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने लंदन के लिए उड़ान भरने के तुरंत बाद क्रैश कर गई थी। इस भयावह दुर्घटना में 241 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक यात्री की जान बच गई थी। कुल मिलाकर इस घटना में 270 लोगों की जान गई थी। ब्लैक बॉक्स विमान में लगा एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपकरण होता है, जो उड़ान के दौरान तकनीकी और ऑडियो संबंधित जानकारियों को रिकॉर्ड करता है। यह मुख्यतः दो हिस्सों में बंटा होता है – कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर जो पायलटों की बातचीत को रिकॉर्ड करता है और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर जो विमान की उड़ान से जुड़ी जानकारियों जैसे गति, ऊंचाई, और इंजन प्रदर्शन को सुरक्षित रखता है। ब्लैक बॉक्स का नाम लेकर भी कई तरह की धारणाएं प्रचलित हैं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार इसके अंदर का हिस्सा पहले काला होता था, इसलिए इसे यह नाम मिला। वहीं कुछ का मानना है कि हादसे के बाद आग में जलकर इसका रंग काला हो जाता है, इसी वजह से इसे 'ब्लैक बॉक्स' कहा जाने लगा।