झारखंड से भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद प्रदीप कुमार वर्मा ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों और हत्याओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। दुमका में एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दृष्टि से यह भले ही बांग्लादेश का आंतरिक मामला हो, लेकिन भारत इस पूरी स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है और जरूरत पड़ने पर अपनी जिम्मेदारी निभाने से पीछे नहीं हटेगा।
दुमका पहुंचे सांसद प्रदीप वर्मा ने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर गहरी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि वहां जो हिंसा देखने को मिल रही है, वह किसी एक घटना का परिणाम नहीं बल्कि एक “प्रदूषित विचारधारा” का नतीजा है, जो इंसानों को शैतान बना देती है। उनके अनुसार, ऐसी सोच दूसरों को जीने का अधिकार नहीं देती और यही कारण है कि अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है।
“दुनिया में कहीं भी हिंदू संकट में होगा, भारत को चिंता होगी”
राज्यसभा सांसद ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भले ही बांग्लादेश का मामला कूटनीतिक रूप से उसका आंतरिक विषय माना जाए, लेकिन एक हिंदू होने के नाते वह यह कहना चाहेंगे कि दुनिया में कहीं भी हिंदू संकट में होगा, तो भारत स्वाभाविक रूप से उसकी चिंता करेगा। उन्होंने कहा कि भारत की सभ्यता और संस्कृति हमेशा से पीड़ितों के साथ खड़े होने की रही है।
प्रदीप वर्मा ने 1971 का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौर में भी भारत ने बांग्लादेश से आए लाखों शरणार्थियों को संरक्षण दिया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लाई गई नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) भी इसी सोच का उदाहरण है, जिसके जरिए धार्मिक उत्पीड़न झेल रहे लोगों को नागरिकता की गारंटी दी गई। सांसद ने भरोसा जताया कि इस मामले में भी भारत पीछे नहीं हटेगा और समय आने पर उचित कदम उठाएगा।
बंगाल और ममता बनर्जी पर तीखा हमला
बांग्लादेश मुद्दे के साथ-साथ प्रदीप कुमार वर्मा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि बंगाल विकास के मामले में काफी पिछड़ चुका है और वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। सांसद का कहना था कि आने वाले समय में बंगाल की जनता इन हालातों से त्रस्त होकर बीजेपी का साथ देगी।
उन्होंने हुमायूं कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण और नई पार्टी बनाने की बात को भी “विकृत मानसिकता” करार दिया। वर्मा ने कहा कि इस तरह के बयान समाज को बांटने वाले हैं और देश की एकता के लिए घातक साबित हो सकते हैं।
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर भी निशाना
सिर्फ बंगाल ही नहीं, राज्यसभा सांसद ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने राज्य की मौजूदा स्थिति को भयावह बताते हुए कहा कि झारखंड में सरकार भ्रष्ट और निरंकुश हो चुकी है। उनके अनुसार, यहां शासन किसी एक हाथ में नहीं है, बल्कि हर तरफ लूट मची हुई है।
प्रदीप वर्मा ने आरोप लगाया कि राज्य में बालू, पत्थर और कोयले का अवैध धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। आए दिन सीबीआई और एसीबी के छापे पड़ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद अपराधियों पर कोई ठोस लगाम नहीं लग पा रही है। उन्होंने कहा कि जामताड़ा में लूट की घटनाएं आम हो गई हैं और दुमका में बच्चियों के अपहरण जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं।
सांसद ने कहा कि जनता ने मौजूदा सरकार पर भरोसा जताकर उसे पूर्ण बहुमत दिया था, लेकिन सरकार ने विकास की बजाय भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा दिया है।
सांसद खेल महोत्सव में हुए शामिल
राज्यसभा सांसद प्रदीप कुमार वर्मा दुमका में आयोजित ‘सांसद खेल महोत्सव’ के समापन समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि इस खेल महोत्सव की शुरुआत उन संसदीय क्षेत्रों में की गई थी, जहां बीजेपी के सांसद नहीं हैं। सितंबर से शुरू हुए इस आयोजन के तहत कुल 56 टूर्नामेंट आयोजित किए गए, जिनमें करीब 15,000 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
समापन समारोह में विजेताओं को सम्मानित करते हुए सांसद ने कहा कि ‘खेलो इंडिया’ और ‘फिट इंडिया’ जैसे अभियानों के जरिए ही विकसित भारत का सपना साकार हो सकता है। उन्होंने युवाओं से खेलों को अपनाने और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने की अपील भी की।