नागपुर न्यूज डेस्क: अब नागपुर से मुंबई तक का सफर और भी आसान हो गया है क्योंकि समृद्धि एक्सप्रेसवे का आखिरी हिस्सा भी 5 जून से आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। यह अंतिम चरण इगतपुरी (नासिक) से अमाने (ठाणे) तक फैला हुआ है, जिससे अब 701 किलोमीटर लंबा यह हाई-स्पीड कॉरिडोर पूरी तरह से चालू हो गया है। इस एक्सप्रेसवे से नागपुर से मुंबई की दूरी अब मात्र 7 घंटे में तय की जा सकेगी, जबकि पहले इसमें 16 घंटे लगते थे।
इस 76 किलोमीटर लंबे अंतिम सेक्शन में भारत की सबसे लंबी रोड टनल ‘कसारा घाट टनल’ भी शामिल है, जिसकी लंबाई 7.8 किलोमीटर है। यह देश की पहली स्मार्ट टनल है, जो पहाड़ों को काटकर बनाई गई है। इसमें सुरक्षा के लिए कई आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं जैसे कि ऑटोमेटिक फायर सेफ्टी सिस्टम, जो टनल का तापमान 60 डिग्री सेल्सियस पार होते ही खुद-ब-खुद वॉटर मिस्ट सिस्टम को चालू कर देता है।
टनल के अंदर यात्रियों की सुविधा के लिए भी खास ध्यान दिया गया है। हर 150 मीटर पर इमरजेंसी फोन, हर 30 मीटर पर स्पीकर, और कुल 26 जगहों पर फायर अलार्म सिस्टम लगाए गए हैं। टनल दो ऊंचे वायाडक्ट्स पर बनी है जिनमें से एक की ऊंचाई 9.10 मीटर और दूसरे की 12.95 मीटर है। इसमें कुल 23,000 टन सीमेंट और 400 टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है।
टनल को पार करने में सिर्फ 7 मिनट का समय लगेगा। इसमें ऑक्सीजन सप्लाई, मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट जैसी सुविधाएं भी मौजूद हैं। समृद्धि एक्सप्रेसवे को 150 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम स्पीड के लिए डिजाइन किया गया है, जो इसे भारत का पहला हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे बनाता है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 55,000 करोड़ रुपये की लागत आई है और यह 10 जिलों और 390 गांवों से होकर गुजरता है, जिससे क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।