नागपुर न्यूज डेस्क: मॉनसून के मौसम में महाराष्ट्र में प्याज की कीमतों में उछाल की खबरें अब पुरानी बात हो सकती हैं। इसका श्रेय जाता है डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) की ट्रक ऑन ट्रेन सेवा को। अब नागपुर का संतरा, नासिक का प्याज या गुजरात का ताजा दूध 2-3 दिन की जगह केवल 10-12 घंटे में दिल्ली एनसीआर पहुंच रहा है।
DFC के कारण सड़क मार्ग पर होने वाले रास्ते बंद होने का खतरा खत्म हो गया है और फसल या डेयरी प्रोडक्ट खराब होने की संभावना भी कम हो गई है। इससे ढुलाई की लागत और समय दोनों कम हुए हैं। अब यूपी, हरियाणा, राजस्थान, बिहार और अन्य राज्यों के किसानों की सब्जियां और फल निर्धारित समय में सीधे थोक मंडियों तक पहुंच सकते हैं। इससे किसानों को उचित मूल्य मिलने में भी मदद मिल रही है।
पूर्वी और पश्चिमी कॉरिडोर पर चल रही ट्रक ऑन ट्रेन सेवा ने व्यापार को आसान बना दिया है। गुजरात से 10 घंटे में रेवाड़ी तक दूध पहुंच रहा है, जबकि पहले इसमें 20-25 घंटे लगते थे। इसी तरह एनसीआर की कंपनियां अपने उत्पाद ट्रकों में भरकर मालगाड़ी के जरिए गुजरात भेज रही हैं। पालनपुर से न्यू रेवाड़ी तक ट्रक ऑन ट्रेन सेवा शुरू हो चुकी है, जिससे दूध और अन्य डेयरी उत्पाद समय पर पहुंच रहे हैं।
2024-25 में ट्रक ऑन ट्रेन सेवा में 18,309 वैगन इस्तेमाल किए गए और 730 ट्रिप्स पूरी की गईं। इस साल इसमें और इजाफा होने की उम्मीद है, जिससे किसान और व्यापार दोनों को और लाभ मिलेगा।