नागपुर न्यूज डेस्क: संघ मुख्यालय पहुंचे नेताम, आज मोहन भागवत से मुलाकात छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविंद नेताम नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय पहुंचे हैं। आज शाम करीब साढ़े पांच बजे उनकी संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात तय है। नेताम ने कहा है कि वह इस वन-टू-वन बातचीत में धर्मांतरण, आदिवासियों के विस्थापन और पर्यावरण जैसे अहम मुद्दों को उठाएंगे। कल नेताम संघ के प्रशिक्षण वर्ग के समापन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।
नेताम बोले - आदिवासी समाज के लिए संघ से उम्मीद
नेताम ने एनबीटी से बातचीत में बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि संघ उन्हें आमंत्रित करेगा। हालांकि पिछले एक साल में आदिवासी समाज के भविष्य को लेकर संघ से कुछ संवाद हुए हैं। नेताम ने धर्मांतरण को आदिवासी अस्तित्व के लिए बड़ा खतरा बताया और कहा कि इस मुद्दे पर सबसे गंभीरता से अगर कोई संस्था सोच रही है, तो वह संघ है। उन्होंने उम्मीद जताई कि संघ इस दिशा में सहयोग कर सकता है।
संघ और आदिवासियों के बीच बढ़े संवाद
संघ के प्रशिक्षण वर्ग में प्रचारकों को तैयार किया जाता है और यहीं नेताम कल भाषण देंगे। उन्होंने कहा कि वे इस मौके पर संघ और आदिवासी समाज के बीच संवाद बढ़ाने की बात करेंगे। नेताम का मानना है कि आदिवासी क्षेत्रों को समझने वाले लोग बहुत कम हैं, और स्वयंसेवकों के लिए ये इलाके नए हैं। ऐसे में आपसी समझ और एकरूपता लाने की दिशा में प्रयास जरूरी है।
वनवासी शब्द नहीं, अब 'जनजाति' कहता है संघ
वनवासी और आदिवासी शब्द को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद पर नेताम ने कहा कि अब संघ ‘वनवासी’ शब्द का इस्तेमाल नहीं करता, बल्कि 'जनजाति' शब्द को स्वीकार कर लिया है, जो कि आदिवासी समाज की बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि संघ के वनवासी कल्याण आश्रम में भले पदाधिकारी आदिवासी हों, लेकिन विचारधारा में अभी बदलाव की गुंजाइश है। नेताम ने यह भी कहा कि संघ एक लचीली संस्था है जो सुनने और समझने के लिए तैयार रहती है, इसलिए संवाद की प्रक्रिया आगे भी जारी रहनी चाहिए।