नागपुर न्यूज डेस्क: महानगरपालिका, सोशिओ इकोनॉमिक डेवलपमेंट ट्रस्ट स्वप्नभूमि (एसईडीटी) और एचसीएल फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से आयोजित यंग कलाम विज्ञान महोत्सव 2025 की शुरुआत हुई। बॅरिस्टर शेषराव वानखेडे विद्या निकेतन, रामदासपेठ में आयोजित इस महोत्सव का उद्घाटन मनपा की अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल ने किया। इस अवसर पर एलआईटी विद्यापीठ के उपकुलगुरू डॉ. अतुल वैद्य, शिक्षणाधिकारी साधना सयाम और एचसीएल फाउंडेशन के शशांक खरे समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इस महोत्सव में 45 स्कूलों के 60 से अधिक विज्ञान प्रयोग प्रस्तुत किए गए।
विद्यार्थियों के नवाचार को मिली सराहना
महानगरपालिका स्कूलों के विद्यार्थियों ने निरूपयोगी सामग्री का उपयोग कर सोलर एनर्जी, टर्बाइन एनर्जी, सेंसर बेस्ड स्ट्रीट लाइट्स, और सोलर सिस्टम जैसे रोचक प्रयोग प्रस्तुत किए। विद्यार्थियों ने मराठी, हिंदी और अंग्रेजी में अपने प्रयोगों का आत्मविश्वास से प्रस्तुतिकरण किया। अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल ने विद्यार्थियों के साथ संवाद करते हुए विज्ञान के दैनिक जीवन में महत्व पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षकों को विज्ञान और गणित को सरल और प्रैक्टिकल तरीके से पढ़ाने की सलाह दी।
बड़ी संख्या में विद्यार्थियों और शिक्षकों की भागीदारी
महोत्सव में 150 से अधिक विद्यार्थियों और 50 से अधिक शिक्षकों ने सक्रिय सहभागिता की। इसके अलावा, मनपा स्कूलों के 600 से अधिक विद्यार्थियों ने विज्ञान प्रदर्शनी का दौरा किया। इस कार्यक्रम ने विज्ञान के प्रति छात्रों की रुचि बढ़ाने और नवाचार को प्रोत्साहित करने का बेहतरीन मंच प्रदान किया।
प्रतियोगिताओं में विजेताओं का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान दो समूहों में 60 से अधिक विज्ञान प्रयोगों का मूल्यांकन किया गया। उच्च प्राथमिक समूह में वाल्मीकि नगर हिंदी माध्यमिक स्कूल ने प्रथम, लाल बहादुर शास्त्री स्कूल ने द्वितीय और कुंदनलाल गुप्ता उच्च प्राथमिक स्कूल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। माध्यमिक समूह में कपिल नगर हिंदी माध्यमिक स्कूल ने प्रथम स्थान, संजय नगर हिंदी माध्यमिक स्कूल ने द्वितीय और जी. एम. बनातवाला स्कूल ने तृतीय स्थान हासिल किया। विजेता टीमों को ट्रॉफी, प्रमाणपत्र और नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
विशेषज्ञों ने किया मूल्यांकन
प्रतियोगिता का परीक्षण प्रियदर्शनी जे. एल. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की प्रोफेसर डॉ. श्रुति पाटले, मथुरादास मोहता कॉलेज ऑफ साइंस के सहायक प्रोफेसर गणेश वांडिले, शिवाजी साइंस कॉलेज की डॉ. शीतल देशमुख और एलआईटी विद्यापीठ की डॉ. शिल्पा पांडे ने किया। इस महोत्सव ने विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति उत्साह और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करने का काम किया।