पश्चिमी नौसेना कमान (Western Naval Command) के प्रमुख वाइस एडमिरल के. स्वामीनाथन ने भारत के लिए उत्पन्न हो रही दोहरी समुद्री चुनौतियों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। मुंबई में मुख्यालय वाले इस महत्वपूर्ण कमान के प्रमुख ने कहा है कि मई में 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान का दुनिया भर से हथियार खरीदना चिंता का विषय है, इसके साथ ही चीन भी अपनी विस्तारवादी नीतियों के कारण लगातार एक स्थायी चुनौती बना हुआ है।
वाइस एडमिरल स्वामीनाथन ने यह टिप्पणी ब्रह्मा रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक सुरक्षा सम्मेलन में की। उन्होंने जोर देकर कहा कि चीनी नौसेना (PLAN) पहले ही दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना बन चुकी है।
🇨🇳 चीन: सबसे बड़ी और तेजी से बढ़ती नौसेना
वाइस एडमिरल स्वामीनाथन ने चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति के बारे में चेतावनी देते हुए कहा कि:
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विशाल बेड़ा: पिछले दस सालों में ही चीनी नौसेना ने अपने बेड़े में भारतीय नौसेना के आकार के बराबर का बेड़ा जोड़ा है।
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तेज वृद्धि: चीन पहले से कहीं ज्यादा तेजी से अपने नौसैनिक बेड़े का विस्तार कर रहा है।
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रणनीतिक संकेत: चीनी नौसेना के तीसरे विमानवाहक पोत, 'फुजियान' को कमीशन करना, और पाँचवीं एवं छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन करना, कम्युनिस्ट श की वैश्विक रणनीतिक कहानी और सिग्नलिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत के लिए चिंता की बात यह है कि चीन हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में 5 से 8 जहाजों को स्थायी रूप से बनाए हुए है। इस समूह में युद्धपोत (Warships), रिसर्च वेसल, सैटेलाइट ट्रैकिंग वेसल और फिशिंग क्राफ्ट शामिल हैं। यह दर्शाता है कि चीन न केवल दक्षिण चीन सागर में बल्कि IOR में भी ज्यादा आक्रामक होता जा रहा है और एक स्थायी चुनौती बना रहेगा।
🇵🇰 ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान का पुनर्सशस्त्रीकरण
वाइस एडमिरल स्वामीनाथन ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक अहम मोड़ बताया है।
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ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव: उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान और पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, और बाद में पड़ोसी देश के कई एयर बेस को भी निशाना बनाया। इस कार्रवाई ने इस्लामाबाद के साथ नई दिल्ली के रिश्तों में एक नया सामान्य (New Normal) स्थापित किया है।
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हथियारबंद होने की कवायद: वाइस एडमिरल ने कहा कि यह पाकिस्तान के प्रतिक्रिया देने के हमारे नजरिए में एक बड़ा बदलाव है। उन्होंने कहा कि "ऑपरेशन खत्म होने के बाद, पाकिस्तान, बेशक, पहले कभी नहीं की तरह खुद को हथियारबंद करने की एक्सरसाइज कर रहा है।"
यह हथियारबंद करने की कवायद, जिसमें पाकिस्तान दुनिया भर से हथियार खरीद रहा है, उपमहाद्वीप में सभी के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। कुल मिलाकर, नौसेना प्रमुख की टिप्पणी चीन के विस्तार और पाकिस्तान के पुनर्सशस्त्रीकरण से उत्पन्न दोहरे सुरक्षा खतरों को रेखांकित करती है, जिसके लिए भारतीय नौसेना को तैयार रहने की आवश्यकता है।