नागपुर न्यूज डेस्क: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नागपुर के संतरा किसानों के लिए एक बड़ी घोषणा कर दी है। उन्होंने बताया कि करीब 70 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक ‘क्लीन प्लांट सेंटर’ बनाया जाएगा, जहाँ किसानों को सिर्फ उच्च गुणवत्ता वाले, वायरस-मुक्त पौधे मिलेंगे। अक्सर किसान नर्सरी से बीमारी वाले पौधे ले आते हैं, जो बाद में पूरी फसल को चौपट कर देते हैं। ऐसे नुकसान से बचाने के लिए सरकार अब अच्छी नर्सरी को आर्थिक व तकनीकी सहायता देगी—बड़ी नर्सरी को 4 करोड़ और छोटी/मध्यम नर्सरी को 2 करोड़ रुपए तक।
एग्रोविजन-2025 के उद्घाटन में कृषि मंत्री ने फसल बीमा योजना पर भी बड़ा अपडेट दिया। अब जलभराव और जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान को भी बीमा के दायरे में शामिल किया जा रहा है। किसानों की सबसे बड़ी दिक्कत—आलू, प्याज, टमाटर जैसी उपज को बड़े शहरों तक ले जाने में लगने वाला भारी भाड़ा—भी सरकार दूर करने जा रही है। नई योजना के तहत इन फसलों का पूरा ट्रांसपोर्ट खर्च केंद्र सरकार उठाएगी, जिससे किसानों को सही दाम मिल सके।
कार्यक्रम में महिलाओं को लेकर भी बड़ा फोकस रहा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “बहनें आर्थिक रूप से लखपति बनें”—यही अब लक्ष्य है। महिलाओं को कृषि-आधारित उद्यमों से जोड़ने के लिए एग्रोविजन नई शुरुआत कर रहा है। वहीं नितिन गडकरी ने बताया कि अमरावती रोड पर पीडीकेवी के एग्रो कन्वेंशन सेंटर में स्पेन की तर्ज पर विश्व स्तरीय फार्मर बिजनेस स्कूल बनाया जा रहा है, जिसका फायदा सिर्फ विदर्भ नहीं बल्कि पूरे देश के किसानों को मिलेगा।
एनडीडीबी ने डेयरी सेक्टर की तस्वीर बदलने की दिशा में भी कई कदम बताए। मराठवाड़ा और विदर्भ के 199 जिलों से रोज 6 लाख लीटर दूध इकट्ठा किया जा रहा है और अगले साल 6 लाख लीटर क्षमता वाला बड़ा संयंत्र भी शुरू होने जा रहा है। बूटीबोरी में पशु चारा प्रकल्प का भूमिपूजन हो चुका है, जो किसानों को एक और बड़ा सपोर्ट देगा। कार्यक्रम में राज्य के कई मंत्री और उद्योग जगत की बड़ी हस्तियाँ मौजूद रहीं।