नागपुर न्यूज डेस्क: मध्य प्रदेश से रायपुर जा रहे कुछ व्यापारियों के साथ नकली पुलिस का खेल भारी पड़ गया। सात आरोपियों का गिरोह व्यापारियों को रोककर उनके वाहन और माल पर कब्जा करना चाहता था, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर उन्हें महज कुछ घंटे में धर दबोचा। घटना की शिकायत छिंदवाड़ा निवासी अंबर हरिप्रसाद ने की थी, जिन्होंने बताया कि रात करीब 11 बजे खैरी पंजाब के पास पुल पर चार लोग साधारण कपड़ों में आए और खुद को पुलिस बता कर पिकअप वैन रोक ली। आरोपियों ने व्यापारी और उनके साथियों के साथ मारपीट की और वाहन में लदी अनाज की बोरियों को अपने कब्जे में ले लिया।
व्यापारी ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिससे जांच शुरू हुई। पुलिस ने सबसे पहले वाहन चालक आकाश पठारे को हिरासत में लिया। उसकी पूछताछ में कई बार बयान बदलने के बाद उसने पूरी साजिश का खुलासा किया। इसके बाद टीम ने नागपुर में अन्य आरोपियों को उनके लूटे हुए माल के साथ गिरफ्तार कर लिया। इस सफलता ने व्यापारियों को उनके लाखों रुपये के सामान के सुरक्षित मिलने में मदद की।
पकड़े गए गिरोह में आकाश बोकडे, सूरज बोकडे, आशीष शर्मा, जितेंद्र लामबते, बादल बोकडे, हनीफ शेख और वाहन चालक आकाश पठारे शामिल हैं। आकाश पठारे को छोड़कर सभी आरोपी नागपुर के कलमना इलाके के रहने वाले हैं। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह पहले भी कई राज्यों में अवैध गतिविधियों में लिप्त रहा है।
इस कार्रवाई में थानेदार किशोर भुजाडे के नेतृत्व में पीएसआई जगदीश पालीवाल, नारायण बोरकर, परवेज शेख, विशाल महालकर, राहुल रेवतकर और चालक संदीप पांचपिल्ले ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस अब पूरे गिरोह की जांच कर रही है और देख रही है कि कहीं अन्य सदस्य भी इस तरह की वारदातों में शामिल तो नहीं हैं।