मुंबई, 01 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने श्रीनगर में राष्ट्रगान के दौरान खड़े न होने पर 15 युवाओं को हिरासत में लिए जाने की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में लोगों को जबरन, यहां तक कि बंदूक की नोक पर भी राष्ट्रगान के लिए खड़ा किया जा रहा है। उनका कहना था कि जब वे छात्रा थीं तब राष्ट्रगान के समय लोग अपनी इच्छा से खड़े होते थे, लेकिन अब इसे दबाव डालकर करवाया जा रहा है और यह सरकार की नाकामी है।
दरअसल, 30 सितंबर की शाम श्रीनगर के TRC फुटबॉल मैदान में राष्ट्रगान का आयोजन हुआ था। इस दौरान मौजूद 15 युवक खड़े नहीं हुए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इसी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर हालात बिगाड़ने का आरोप लगाया और कहा कि लोकतांत्रिक माहौल में इस तरह की मजबूरी उचित नहीं है। मुफ्ती ने इसके साथ ही मुस्लिम एजुकेशनल ट्रस्ट स्कूल के मैदान का भी दौरा किया और आरोप लगाया कि पुलिस इस जमीन पर शहीद स्मारक बनाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो स्थानीय युवाओं से खेल का मैदान छिन जाएगा। महबूबा ने चेतावनी दी कि खेल मैदानों को छीनना असंतोष को बढ़ावा देगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने चट्टाबल इलाके के डेयरी फार्म मैदान का भी दौरा किया। यहां स्थानीय लोग लंबे समय से इसे सार्वजनिक खेल मैदान के रूप में बनाए रखने की मांग कर रहे हैं। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह मैदान दशकों से खेल गतिविधियों का केंद्र रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पुलवामा की नाइट क्रिकेट प्रतियोगिता की तारीफ की थी। इसलिए सेना और प्रशासन को भी यह ध्यान रखना चाहिए कि युवाओं से ऐसे सार्वजनिक स्थान न छीने जाएं। उन्होंने कहा कि शहीदों के स्मारक के लिए कश्मीर में और भी जगहें मौजूद हैं, लेकिन युवाओं से खेल के मैदान लेकर असंतोष फैलाना किसी भी तरह से सही नहीं होगा। महबूबा ने DGP से अपील की कि इन मैदानों को बचाया जाए ताकि युवाओं के पास खेलने और सकारात्मक गतिविधियों में भाग लेने के अवसर बने रहें।