नागपुर न्यूज डेस्क: अकोला नगर निगम क्षेत्र में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र घोटाले का बड़ा खुलासा हुआ है। भाजपा नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने बताया कि नगर निगम क्षेत्राधिकार में उप तहसीलदारों द्वारा जारी किए गए 2,200 फर्जी जन्म प्रमाण पत्रों को रद्द करने की प्रक्रिया जारी है। इनमें से 82 सर्टिफिकेट पहले ही रद्द किए जा चुके हैं। कई लोगों ने इन्हीं सर्टिफिकेट के आधार पर पासपोर्ट और वीजा भी बनवा लिए, जिसे अब रद्द किया जाएगा और उन्हें राष्ट्रीय रजिस्टर से भी हटाने की प्रक्रिया चल रही है।
प्रशासन की भूमिका पर सवाल:
पूर्व सांसद सोमैया ने सवाल उठाया कि अकोला के सर्वोपचार अस्पताल ने आखिर किस अधिकार के तहत 1,600 प्रमाण पत्र जारी कर दिए? उन्होंने इस मुद्दे की गहराई से जांच की मांग की है और संबंधित एजेंसियों से शीघ्र कार्रवाई की अपील की है। साथ ही कहा कि इस घोटाले में प्रशासन की लापरवाही उजागर हो रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आगे की कार्रवाई:
सोमैया ने कहा कि इस मामले में करीब एक हजार संदिग्ध लोगों से संपर्क किया जा रहा है। नगर निगम प्रशासन ने भी प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्णय लिया है। अधिकारियों का कहना है कि अगले 10 दिनों के भीतर दो हजार और प्रमाण पत्रों की समीक्षा की जाएगी और अगर कोई साक्ष्य मिला तो उन्हें भी रद्द किया जाएगा।
विदेश भागे लोगों पर कार्रवाई:
इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि जिन लोगों ने फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश भागने की कोशिश की है या जा चुके हैं, उन पर भी सरकारी स्तर पर निगरानी रखी जा रही है। ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी है। इस कार्यक्रम में नगर आयुक्त डॉ. सुनील लहाने, उपायुक्त गीता ठाकरे सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।