नागपुर न्यूज डेस्क: इमामवाड़ा थाना क्षेत्र में सोमवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक दुष्कर्म आरोपी विक्की दाबोड़े पुलिस को चकमा देकर थाने से भाग निकला। आरोपी को कुछ समय पहले एक महिला से शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, और वह जमानत पर बाहर था। लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद उसने पीड़िता की नाबालिग बेटी से भी कथित रूप से दुष्कर्म किया, जिसके बाद उसे दोबारा पकड़ा गया। सोमवार को उसने शौचालय जाने का बहाना बनाया और पुलिसकर्मी को धक्का देकर फरार हो गया।
घटना के बाद पुलिस महकमे में अफरा-तफरी मच गई। आला अधिकारियों को तत्काल सूचना दी गई और इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया गया। करीब डेढ़ घंटे तक भागदौड़ के बाद पुलिस ने विक्की को रामबाग इलाके से दोबारा गिरफ्तार कर लिया। अब उसके खिलाफ थाने से फरारी का भी मामला दर्ज कर लिया गया है, जिससे उसकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
इसी दिन नागपुर हिंसा मामले में एक बड़ी राहत की खबर आई जब अल्पसंख्यक लोकतांत्रिक पार्टी (MDP) के अध्यक्ष मोहम्मद हनीफ को सेशन कोर्ट से जमानत मिल गई। 17 मार्च को औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन और उसके बाद भड़की हिंसा के सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि हनीफ लंबे समय से जेल में हैं, जांच पूरी हो चुकी है और अब उन्हें जेल में रखने का कोई औचित्य नहीं है। कोर्ट ने उन्हें 50,000 रुपये के मुचलके पर रिहा करने के आदेश दिए और कहा कि जमानत एक नियम है, जबकि जेल अपवाद।