नागपुर न्यूज डेस्क: इटवारी इलाके में तीन दिन पहले अन्न एवं औषधि प्रशासन और पुलिस ने मिलकर एक मेडिकल दुकान पर छापा मारा था, जहाँ से प्रतिबंधित और नशीली दवाइयों की बड़ी खेप बरामद हुई थी। इस कार्रवाई में दो आरोपी पकड़े गए थे, जबकि दो फरार हो गए थे। इसके बाद पुलिस टीम ने मध्य प्रदेश के सतना से आरोपी आमिर मेहमूद शेख को गिरफ्तार किया, लेकिन इसी दौरान शिवेंद्र उर्फ़ शिब्बू श्रीनाथ वर्मा भाग निकला था। अब पुलिस ने शिब्बू को भी सतना से गिरफ्तार कर लिया और दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर 28 नवंबर तक पुलिस रिमांड हासिल कर ली है।
इस मामले में इससे पहले तुषार अग्रवाल और भरतकुमार अमरनानी को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच में सामने आया कि यह गिरोह बिना अनुमति और बिना डॉक्टर की पर्ची के नशीली और प्रतिबंधित दवाइयाँ बेच रहा था। इटवारी के मासूरकर चौक स्थित भगवती मेडिकल स्टोर्स से ये दवाइयाँ खुलेआम बेची जा रही थीं। गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई में डेढ़ लाख रुपये की नशीली दवाएँ जब्त की गई थीं।
जांच में यह भी पता चला कि मेडिकल संचालक ने बिना लाइसेंस के अपने घर में ही इन दवाइयों का गोदाम बना रखा था। इसी वजह से तुषार को दवाएँ सप्लाई करने वाले वितरक भरतकुमार पर भी मामला दर्ज हुआ और दोनों को जेल भेज दिया गया। वर्तमान समय में तुषार और भरतकुमार दोनों सेंट्रल जेल में बंद हैं।
छापेमारी के बाद शिब्बू और आमिर फरार हो गए थे, जिन्हें अब पुलिस ने पकड़ लिया है। वरिष्ठ थानेदार अरुण क्षीरसागर के नेतृत्व में आगे की जांच और कार्रवाई जारी है, ताकि पूरी सप्लाई चेन और इससे जुड़े लोगों का पता लगाया जा सके।