नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर में इन दिनों ठगों ने पुलिस की वर्दी पहनकर आम लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। शहर में चार अलग-अलग जगहों पर नकली पुलिस बनकर ठगी की घटनाएं हुई हैं, जिनमें ज्यादातर बुजुर्ग और महिलाएं निशाने पर रहीं। दिनदहाड़े हुए इन मामलों ने पुलिस की चौकसी पर सवाल खड़े कर दिए हैं और लोगों में डर का माहौल बना दिया है।
पहली वारदात तहसील थाना क्षेत्र में हुई, जहां 55 वर्षीय ममता धाडीवाल को चार लोगों ने पुलिसकर्मी बनकर रोक लिया। उन्होंने कहा कि इलाके में चोरी बढ़ गई है और गहनों की जांच करनी है। मौका देखकर वे महिला के लाखों के गहने लेकर फरार हो गए। दूसरी घटना जरीपटका इलाके में हुई, जहां दो ठगों ने 67 वर्षीय जुगलकिशोर शाहू से 10 तोले की सोने की चेन ठग ली, जिसकी कीमत करीब 5 लाख रुपये है। ठगों ने उन्हें कागज की पुड़िया में पत्थर रखकर दे दी और चंपत हो गए।
तीसरे मामले में, धंतोली थाना क्षेत्र में शादी समारोह के दौरान तीन युवकों ने मध्यप्रदेश से आए 68 वर्षीय किसान ओमप्रकाश जयसवाल को निशाना बनाया। उन्होंने पुलिस बनकर उनसे 66 हजार रुपये के गहने उतरवा लिए। चौथी वारदात हुडकेश्वर इलाके में हुई, जहां 65 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षिका उषा झाड़े से दो लाख रुपये के गहने ठग लिए गए। ठग मोटरसाइकिल से मौके से भाग निकले।
पुलिस जांच में पता चला है कि इन चारों वारदातों के पीछे एक ही गिरोह का हाथ है। पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंगल ने बताया कि जून में भी महाराष्ट्र के ठाणे जिले में इसी तरह की घटनाएं हुई थीं, जिनमें दो लोगों को पकड़ा गया था। अब नागपुर पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या वही गिरोह फिर से सक्रिय हो गया है।