नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर-वर्धा जिले की सीमा पर स्थित कोंढाली वनपरिक्षेत्र के पास शुक्रवार शाम सात बजे नागाझरी गांव के किसान विक्राम जनई के खेत में चार बाघ जंगली सुअर का शिकार करते नजर आए। इसमें एक मादा बाघिन और तीन बड़े शावक शामिल थे। इस घटना से किसानों और ग्रामीणों में जबरदस्त डर फैल गया। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को बाघों से दूर रहने की सलाह दी।
कोंढाली और धानोली उपवन क्षेत्र में वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी है। बोर टाइगर प्रोजेक्ट से आए बाघ और तेंदुए अब कोंढाली गांव तक पहुंच रहे हैं। बाघों और तेंदुओं की मौजूदगी के कारण ग्रामीण भयभीत हैं। कोंढाली-काटोल मार्ग और कोंढाली-वर्धा मार्ग पर लोग सुबह के मार्निंग वॉक के लिए जाने में डर महसूस कर रहे हैं। पिछले कुछ समय में बाघ ने किसानों के मवेशियों का भी शिकार किया है, जिससे स्थानीय लोग और चिंतित हैं।
ग्रामीणों ने मांग की है कि जंगल के समीप गांवों की सीमा में सैंसर कैमरे लगाए जाएं ताकि बाघ और तेंदुओं की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। वन विभाग के अनुसार, इस वर्ष कोंढाली वन परिक्षेत्र में बाघ और तेंदुओं के हमले में किसानों के 117 मवेशियों की मौत हो चुकी है।
साथ ही, केंद्र सरकार द्वारा नगर परिषद और नगर पंचायत क्षेत्रों में नमो उद्यान बनाने के लिए एक करोड़ रुपये की निधि देने की घोषणा की गई है। कोंढाली गांव में कोई उद्यान या खेल का मैदान न होने के कारण जनता और छात्रों ने मार्निंग वॉक के ट्रैक सहित नमो उद्यान बनाने की मांग की है।