नागपुर न्यूज डेस्क: नागपुर जिले के बुटीबोरी एमआईडीसी क्षेत्र में पानी की टंकी हादसे में जान गंवाने वाले बिहार के दो युवकों का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके पैतृक गांव में कर दिया गया। 19 दिसंबर की सुबह अवाडा कंपनी परिसर में हुए इस हादसे में चनपटिया प्रखंड के लखौरा पंचायत निवासी अरविंद कुमार ठाकुर (26) और बुलेट कुमार (19) की मौके पर ही मौत हो गई थी। तीसरे दिन रविवार देर रात दोनों के शव गांव लाए गए, जिसके बाद पूरे इलाके में शोक का माहौल छा गया।
सोमवार सुबह दोनों शवों को महज कुछ मिनटों के लिए घर लाया गया, जहां अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण उमड़ पड़े। इसके बाद गांव के श्मशान घाट पर चौथे दिन अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सांसद डॉ. संजय जयसवाल, विधायक अभिषेक रंजन और पूर्व विधायक उमाकांत सिंह श्मशान घाट पहुंचे और शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया।
बताया गया कि अवाडा कंपनी में 15 लाख लीटर क्षमता की पानी की टंकी की टेस्टिंग के दौरान अचानक तेज दबाव के कारण टंकी फट गई। लोहे की चादरों और पानी के जबरदस्त दबाव की चपेट में आकर छह मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई थी। मृतक अरविंद के चचेरे भाई संजीवन कुमार ने आरोप लगाया कि टेस्टिंग के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई, जिसके चलते यह बड़ा हादसा हुआ।
हादसे के बाद मुआवजे को लेकर सरकार और कंपनी की ओर से घोषणाएं की गई हैं। महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है, जबकि कंपनी ने प्रत्येक परिवार को 30 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा बिहार सरकार भी दो-दो लाख रुपये की सहायता देगी। अरविंद पेशे से वेल्डर था और बुलेट हेल्पर के रूप में काम करता था। अरविंद की पत्नी अन्नू देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। सांसद डॉ. संजय जयसवाल ने भरोसा दिलाया कि सभी सहायता राशि समय पर पीड़ित परिवारों तक पहुंचाई जाएगी।