नागपुर न्यूज डेस्क: जल्द ही नागपुर में मिठाइयों, समोसे और बिस्कुट की दुकानों पर भी सेहत से जुड़ी चेतावनियां नजर आएंगी। जिस तरह सिगरेट के पैकेट पर डरावनी तस्वीरें लगी होती हैं, वैसे ही अब इन स्वादिष्ट खाद्य पदार्थों के पास बोर्ड लगेंगे, जिनमें इनके सेहत पर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी होगी। यह कदम उन जगहों पर उठाया जाएगा जहां लोग इन चीजों को खरीदते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि चीनी और तले-भुने खाद्य पदार्थ भी अब सिगरेट की तरह सेहत के लिए हानिकारक माने जा रहे हैं।
AIIMS नागपुर प्रशासन ने बताया कि उन्हें इस संबंध में निर्देश मिल चुके हैं और वे कैंटीन और सार्वजनिक स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगाने की तैयारी कर रहे हैं। कार्डियोलॉजिक सोसाइटी ऑफ इंडिया की नागपुर शाखा के अध्यक्ष डॉ. अमर अमाले ने बताया कि यह पहल खाने की चीजों पर लेबलिंग की दिशा में पहला कदम है, जो धूम्रपान चेतावनी जितनी ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि ट्रांस फैट और चीनी अब ‘नया तंबाकू’ बन चुके हैं और जनता को उनके सेवन के खतरे के बारे में जानना जरूरी है।
डॉ. अमाले ने कहा कि वर्षों से स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते आ रहे हैं कि अत्यधिक चीनी और तेल युक्त भोजन भी तंबाकू जितना ही नुकसानदायक हो सकता है। उन्होंने बताया कि इस पहल का मकसद लोगों को उनके खानपान को लेकर जागरूक करना है, ताकि वे अपने स्वास्थ्य को लेकर सतर्क हो सकें। यह जागरूकता अभियान दुकानों, कैंटीनों और सार्वजनिक स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगाकर चलाया जाएगा।
इस नए कदम को स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सकारात्मक बताया है। उनका मानना है कि इससे लोग अपने खानपान को लेकर सोचने लगेंगे और भविष्य में हृदय रोग, डायबिटीज और मोटापे जैसी बीमारियों से बचा जा सकेगा। नागपुर में इसकी शुरुआत होने जा रही है और उम्मीद है कि यह मॉडल अन्य शहरों में भी अपनाया जाएगा।